उस - एक तराजू के पलड़े में
माझी -इक पतवार दिखा था !!
सोना -चांदी कुछ प्यार भरा था
नफरत थी कुछ घृणा भरी थी
जीवन संग अंगार भरा था !!
तेरी नजरों का प्यार भरा था
जो अथाह था -मन से मिलते
सपने -सच-श्रृंगार भरा था !!
(सभी फोटो गूगल / नेट से साभार )
जज्बा-प्यारा हुनर भरा था
माझी -इक पतवार दिखा था !!
शुक्ल भ्रमर ५
२७.०६.२०११ जल पी बी